मध्य प्रदेश के प्रमुख मेले -MP GK IN HINDI -
Fair and Festivals of Madhya Pradesh in Hindi
mp ke pramukh mele
मध्य प्रदेश के प्रमुख मेले -MP GK IN HINDI -Fair and Festivals of Madhya Pradesh in Hindi/ mp ke pramukh mele
मध्य प्रदश सामान्य ज्ञान की इस श्रंखला में MP GK से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्यों में यहां पर मध्य प्रदेश के प्रमुख मेले एवं स्थान दिए गए हैं, जो कि विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे MP police exam ,MP teacher eligibility test, MPPSC , p e b exam ,patwari exam ,SSC, banking exam, railway exam etc. की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों के लिए काफी उपयोगी है।
1. कुंभ मेला
स्थान उज्जैन
कुंभ मेला 12 वर्षों के अंतराल में रखता है। बृहस्पति के सिंह राशि पर स्थित होने पर शिप्रा नदी पर चैत्र मास की पूर्णिमा से वैशाख पूर्णिमा तक यहां स्नान चलता है तथा श्रद्धालुओं द्वारा शिवजी की पूजा अर्चना की जाती है इस मेले में देश-विदेश से करोड़ों श्रद्धालु आते हैं।
2. महामृत्युंजय का मेला
स्थान रीवा जिले में स्थित मृत्युंजय मंदिर में
प्रतिवर्ष बसंत पंचमी तथा शिवरात्रि पर जब महाराजा विक्रमादित्य ने रीवा शहर बसाया था तब यह मंदिर प्रमुख पूजा स्थल था ऐसी मान्यता है कि मंदिर में आराधना करने से वर्षा हो जाती है।
3. बाबा शहाबुद्दीन औलिया उर्स
स्थान नीमच के बाबा शहाबुद्दीन औलिया की दरगाह पर
प्रति वर्ष फरवरी माह में 4 दिनों तक बाबा साहब उद्दीन उत्तर प्रदेश के बरेली जिले के रहने वाले थे इन्हीं की स्मृति में 85 वर्षों से उर्स का आयोजन हो रहा है।
4. नागा जी का मेला
स्थान मुरैना जिला
प्रतिवर्ष नवंबर दिसंबर के माह में इस मेले का आयोजन किया जाता है इस मेले में मुख्यता आकर्षण जानवरों की बिक्री है।
5. सिंगाजी का मेला
स्थान खरगोन जिले के पिपलिया ग्राम में
प्रतिवर्ष अगस्त सितंबर माह में इस मेले का आयोजन निमाड़ के प्रमुख संत सिंगाजी की स्मृति में किया जाता है इस मेले में प्रतिवर्ष लाखों श्रद्धालु आते हैं
6. कालू जी महाराज का मेला
स्थान खरगोन जिले के पिपलिया खुर्द गांव में
प्रतिवर्ष इस मेले का आयोजन किया जाता है कालू जी महाराज संत सिंगाजी के भतीजे थे जिनकी स्मृति में यह 220 वर्षों से आयोजित किया जा रहा है
7. मांधाता का मेला
स्थान खंडवा जिले के मांधाता नामक पवित्र स्थल पर प्रतिवर्ष सितंबर अक्टूबर माह में आयोजित किया जाता है यहां पर शिवजी की पूजा अर्चना भी की जाती है।
8. जोगेश्वरी देवी का मेला
स्थान अशोकनगर चंदेरी नामक स्थान पर प्रतिवर्ष चैत्र माह में इस मेले का आयोजन किया जाता है इस मेले में व्यस्त बर्तन पशु एवं वस्तु का क्रय विक्रय होता है।
9. तेजाजी का मेला
स्थान तेजाजी का मेला प्रतिवर्ष गुना में अगस्त सितंबर माह में आयोजित किया जाता है
इस मेले का आयोजन तेजाजी की जन्म तिथि पर 70 वर्षों से हो रहा है।
10. हीरा भूमिया का मेला
स्थान ग्वालियर
इस मेले का आयोजन हीरा भूमिया संत की स्मृति में किया जाता है।
11. बाबा गरीब नाथ का मेला
स्थान शाजापुर जिला
बाबा गरीब नाथ संप्रदाय के अनुयाई थे जिन की स्मृति में इस मेले का आयोजन किया जाता है।
12. माघ घोघरा का मेला
स्थान सिवनी जिला
प्रतिवर्ष शिवरात्रि के अवसर पर यह मेला आयोजित किया जाता है यहां पर प्राकृतिक गुफा और पानी की झील स्थित है ऐसा माना जाता है कि यहां शिव भगवान प्रकट हुए थे।
13. जल बिहारी का मेला
स्थान छतरपुर जिला
10 दिवसीय मेले का आयोजन प्रति वर्ष अक्टूबर माह में किया जाता है
14. पीर बुधन का मेला
स्थान शिवपुरी जिले में
प्रभु दान नामक मुस्लिम संत की स्मृति में यह मेला 250 वर्षों से लगता आ रहा है।
15. धामोनी उर्स
स्थान सागर जिले में
6 दिनों तक चलने वाला यह उर्स मस्तान शाह अली की दरगाह पर आयोजित किया जाता है।
16. शिवरात्रि का मेला
स्थान होशंगाबाद के पंचमढ़ी में
प्रतिवर्ष शिवरात्रि के अवसर पर आयोजित किया जाता है इस मेले में कई श्रद्धालु महाराष्ट्र से भी आते हैं।
17. रामजी बाबा का मेला
स्थान होशंगाबाद
यह मेला रामजी बाबा की स्मृति में आयोजित किया जाता।
18. बरमान का मेला
स्थान नरसिंहपुर जिले के गाडरवारा तहसील में
यह मेला मकर संक्रांति से प्रारंभ होकर 13 दिनों तक चलता है