मध्यप्रदेश का भौगोलिक विभाजन -संबंधी महत्वपूर्ण तथ्य
Geographical Division of Madhya Pradesh in Hindi - mppsc prelims and mains exam point of view-
मध्य उच्च प्रदेश के अंतर्गत
मध्य भारत का पठार
-मध्य भारत के पठार को सरसो की हांडी भी कहा जाता है
-इस पठार में मुख्यतः चंबल सिंध, कालीसिंध, पार्वती नदी बहती हैं
-इसे पठार में बहुत कम वर्षा होती है
-इस पठार का निर्माण मुख्यतः विंध्यन शैल समूह के अपरदन तथा नदियों के निक्षोप से हुआ है
- सबसे कम लिंगानुपात इसी पठार का है
-इस पठार में चंबल नदी के द्वारा बड़े पैमाने पर बीहड़ का निर्माण किया गया,
-इस पठार में मुख्यत: सहरिया जनजाति विशेष रूप से निवास करती हैं,
मालवा का पठार
-मालवा की जलवायु (समशीतोष्ण जलवायु) को चीनी यात्री फाह्यान ने विश्व की सर्वश्रेष्ठ जलवायु कहा है,
-मालवा के पठार की सबसे ऊंची चोटी सिगार चोटी (881) मीटर इसके अलावा जानापाव (854) मीटर, धजारी (810) मीटर स्थित हैं
-यह मध्य प्रदेश में क्षेत्रफल और जनसंख्या की दृष्टि से सबसे बड़ा पठार है
-इस पठार को गेहूं की दलिया भी कहा जाता है
- दक्कन ट्रैप की लावा तथा बैसाल्ट चट्टानों के टूटने से इस पठार का निर्माण हुआ है इस पठार में मुख्यतः काली मिट्टी पाई जाती हैं
बुंदेलखंड का पठार
-इस पठार की सबसे ऊंची चोटी सिद्ध बाबा की चोटी (1172 मीटर) दतिया में स्थित है
-इस पठार में मिश्रित मिट्टी पाई जाती हैं
-इस पठार में नलदम्यंती की प्रेम कथा लिखी गई है
-इसी पठार में आला-ऊदल के शौर्यों का वर्णन किया गया है
-इस पठार में प्रमुख नदियां: बेतवा ,धसान ,उर्मिल बहती हैं
रीवा पन्ना का पठार
-इस पठार को विंध्यन कगार प्रदेश भी कहा जाता है
-इसी पठार में सतना जिले के मुकुंदपुर में सफेद शेरों की सफारी स्थापित की गई हैं
-इस पठार में बुंदेली व बघेली बोली प्रमुख रूप से बोली जाती हैं
-इस पठार का निर्माण विंध्यन शैल समूह के अपरदन से हुआ है
-इसी पठार में प्रदेश का सबसे ऊंचा चचाई जलप्रपात (130 मीटर) स्थित है
नर्मदा सोन घाटी
-नर्मदा घाटी क्षेत्र को कृषि अर्थव्यवस्था की रीढ़ कहा जाता है
-इस क्षेत्र के प्रमुख दर्शनीय स्थल अमरकंटक, भेड़ाघाट ,महेश्वर आदि हैं
-नर्मदा सोन घाटी मध्य प्रदेश की सबसे निचली प्राकृतिक विभाग हैं
-यह पठार नर्मदा व ताप्ती नदी के मध्य स्थित है
सतपुड़ा मैकल की श्रेणियां के अंतर्गत
सतपुरा एवं मैकाल पर्वत
-मध्य प्रदेश का सर्वाधिक ऊंचाई वाला पठार है
-मध्य प्रदेश की सबसे ऊंची चोटी धूपगढ़ (1350 मीटर) इसी पठार में स्थित है
-यह पठार नर्मदा तथा गोदावरी के बीच जल विभाजक का कार्य करती हैं
-इस क्षेत्र में चिचली काली व लेटराइट मिट्टी की अधिकता है
-प्रमुख नदियां: ताप्ती , बैनगंगा, पैंच, वर्धा है
पूर्वी पठार के अंतर्गत
बघेलखंड का पठार
-यह मध्य प्रदेश का सबसे पूर्वी एवं क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे छोटा पठार हैं
-यह पठार कोयला उत्पादन की दृष्टि से संपन्न है
-इसी पठार में मध्य प्रदेश की ऊर्जा राजधानी सिंगरौली स्थित है